मोटापे को हल्के में न लें महिलाएं! बढ़ जाता है खतरनाक बीमारियों का खतरा
How to prevent obesity in women: आजकल मोटापा महिलाओं की सेहत के लिए एक गंभीर समस्या बन चुका है. मोटापा न केवल उनकी शारीरिक सेहत, बल्कि मानसिक सेहत को भी प्रभावित कर रहा है. तेजी से बढ़ते वजन के कारण वे गंभीर बीमारियों की चपेट में आ सकती हैं और लाइफ से हाथ धो बैठ सकती हैं. खासकर सर्दियों में आप घर में दुबककर बैठने में ही आराम महसूस करती हैं तो बता दें कि इस तरह की गतिहीन जीवनशैली और गलत खानपान मोटापे को और बढ़ा सकता है. तो चलिए जानते हैं कि मोटापा बढ़ने से महिलाएं किस तरह की बीमारियों की चपेट में आ सकती हैं. मोटापा बढ़ने से दिल की बीमारी का खतरा- नेचर में छपे एक रिसर्च में यह पाया गया है कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं में मोटापा और इंसुलिन रेजिस्टेंस के कारण हृदय रोग का खतरा अधिक होता है. महिलाओं में हृदय की विफलता, विशेष रूप से “heart failure with preserved ejection fraction” और “ischemic heart disease” का जोखिम अधिक होता है. इसकी वजह अलडोस्टेरोन और मिनरलोकॉर्टिकोइड रिसेप्टर के सक्रिय होने से, विकृत एस्ट्रोजेनिक सिग्नलिंग और उच्च एंड्रोजेन स्तर होते हैं. सांस संबंधी समस्याएं: अमेरिकन वूमेन्स हेल्थ वेबसाइट के मुताबिक, महिलाओं का जिनका वजन अधिक होता है, वे स्लीप एपनिया जैसी समस्या का शिकार हो सकती हैं, जिसमें इंसान सोते समय सांस रुकना या उथली सांस लेने लगता है और यह गले में अतिरिक्त फैट के कारण हो सकता है. इससे हवा की नलिकाएं छोटी हो जाती हैं और शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती, जो हृदय रोग जैसी समस्याएं पैदा कर सकती है. कैंसर का खतरा: मोटापे से महिलाओं में 13 प्रकार के कैंसर का जोखिम बढ़ जाता है, जिनमें स्तन, कोलन, गर्भाशय, गॉलब्लैडर, पेट, यकृत, गुर्दा, और अंडकोष कैंसर शामिल हैं. डायबिटीज: अतिरिक्त वजन डायबिटीज का जोखिम भी दोगुना कर देता है. वजन कम करने से डायबिटीज को रोका जा सकता है और अगर पहले से डायबिटीज है तो यह ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है. इसे भी पढ़ें:Dear Ladies…रोज खुद से कहें ये 6 बातें, बढ़ेगा सेल्फ कॉन्फिडेंस, रुकावटों के बावजूद हासिल कर लेंगी अपना लक्ष्य गर्भावस्था संबंधित समस्याएं: मोटापे से गर्भवती होने में मुश्किल हो सकती है और गर्भावस्था के दौरान जेस्टेशनल डायबिटीज या उच्च रक्तचाप जैसी समस्याएं पैदा हो सकती हैं. स्ट्रोक: मोटापा स्ट्रोक होने के खतरे को भी बढ़ा सकता है, खासकर जब शरीर में काफी मात्रा में फैट जमा हो गया है और पेट के आसपास काफी वजन हो. हालांकि, अगर थोड़ा-थोड़ा भी वजन घटाया (3% से 5%) जाए तो इन समस्याओं के खतरों को कम किया जा सकता है. इसलिए, अपने डॉक्टर से परामर्श लेकर आप सही तरीके से वजन घटाने की योजना बनाना शुरू कर दें. Tags: Female Health, Health, Lifestyle, Weight lossFIRST PUBLISHED : December 18, 2024, 01:01 IST Soochna Network India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
आपका कमेंट